About Myself - Voice of Conscience
Voice of Conscience मैं अकेला ही चला था जानिब ऐ मंजिल.......! लोग जुड़ते गए, कारवाँ बनता गया...........!! दोस्तों मैं अनिल बांगड़ राजस्थान की पावन धरती पर जन्मा और सीकर जिले के अजीतगढ़ कस्बे में पला बढ़ा । जमींदार पिता श्री सरदार सिंह बांगड़ व खेतिहर परिवार से ताल्लुक रखने वाले इस छोटे से बच्चे ने यहीं के स्थानीय पाठशाला में अपनी शुरुआती पढाई की व उच्च शिक्षा राजस्थान विश्वविद्यालय जयपुर से BBA के रूप में पूरी की । सन २०११ से ही सामाजिक गतिविधियों में रुचि रखने के कारण सोशल नेटवर्किंग Facebook के जरिये लोगों से जुड़ना शुरू किया और लगभग २००० विद्वान मित्रों का संगठन बनाया । अपने साथियों के विचारों से प्रभावित होकर सन २०१५ में ग्रामीण परिक्षेत्र की समस्याओं को सुलझाने के लिए अपने मित्र आशीष शर्मा के साथ "अजीतगढ़ दर्पण - आमजन की आवाज" नामक सामाजिक पटल की शुरुआत की..... इसके अतिरिक्त राष्ट्रीय स्तर के पुरुष आयोग संगठन के निर्माण में भी अपनी सक्रिय भूमिका निभाते हुए त्रिवेणी एजेंसीज के रूप में सीमेंट के सफल व्यवसाय का सञ्चालन भी कर रहा हूँ ।